1.फ़िर से मुस्कुराने लगी हूँ
फ़िर से मुस्कुराने लगी हूँ
खुद को आज़माने लगी हूँ
शायद ! ये तेरा खुमार है
जो फ़िर से जीने लगी हूँ
तेरी दुनियाँ में,अपनी दुनियाँ
अब बसाने लगी हूँ
फ़िर खुद को सजाने लगी हूँ
तू देख मुझे आ कर ,
तेरी तस्वीर निगाहों में बसाने लगी हूँ
खुद का चेहरा देख कर ,
खुद ही शरमाने लगी हूँ
फ़िर से मुस्कुराने लगी हूँ
खुद को आज़माने लगी हूँ
*****
2.पास मेरे
सोचती हूँ कितना ,
सुनहरा है ये पल !
जब तू रहता है
पास मेरे !
मैं जवां हूँ ,हसीन हूँ
उस वक़्त ,
जब तू रहता है
पास मेरे !
गुज़री बाते,यादें
सब खूबसूरत है
जिस पल रहा है तू
पास मेरे
जिंदगी,मौहब्बत,
खुदा,दुवाऐँ
सब है उस पल में
जिस पल रहता है तू
साथ मेरे !
*****
3.तुम हो तो !
तुम हो तो,है
मेरी दुनियाँ
तुम हो तो है
मेरा वजूद
इक अहसास हो तुम,
जिसे पाने के बाद
और कोई आस नही !
शुरू होती है तुमसे
मेरी सुबह और
ख़त्म होती है
तुम्हारी रात के साथ !
श्रॄंगार अधूरा तेरे बिन ,
है सारी महफिल उदास !
तुम हो तो,है
मेरी दुनियाँ
तुम हो तो है
मेरा वजूद!

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